Sharabi shayari in Hindi November 30, 2024November 23, 2024 by krishnadas पीके रात को हम उनको भुलाने लगे, शराब में गम को मिलाने लगे, दारू भी बेवफा निकली यारों, नशे में तो वो और भी याद आने लगे Related