आदत है या तलब, इश्क है या चाहत,
तू दिल मे है या साँसों मे, तू दीवानगी है या
मेरी आशिकी, तू ज़िन्दगी है या फिर
एक किस्सा,पर जो भी है सिर्फ तू है !!
आशिकी में गुलाब का फूल आप जरा इसे करलो कबूल वैसे तो जिंदगी ने दिए है बहुत से गम अगर आप मिल जाओ तो सारे गम जाऊंगा मैं भूल!